तभी सब सच कहा करते, खुले चेहरे खुली किताब होते हैं, यह हंसी चेहरे हंसी चेहरे। तभी सब सच कहा करते, खुले चेहरे खुली किताब होते हैं, यह हंसी चेहरे हंसी चेह...
मैंने सी रखी हैं कुछ चाहतें अपनी .. दिल में ही तुम गर साथ दो तो हाल-ए-दिल .. लफ्ज़ों मैंने सी रखी हैं कुछ चाहतें अपनी .. दिल में ही तुम गर साथ दो तो हाल-ए-दिल .. ...
दीद के बाद, होश जाते रहे। क्या बयाँ करता मैं जलाल तिरा। दीद के बाद, होश जाते रहे। क्या बयाँ करता मैं जलाल तिरा।
ये प्यार वो नशा है जो हर किसी को होता नहीं! ये प्यार वो नशा है जो हर किसी को होता नहीं!
उम्मीद की गुलशन के खिलने की आस उम्मीद की गुलशन के खिलने की आस
वो राज निग़ाहों से बता रखा है। वो राज निग़ाहों से बता रखा है।